गोरखपुर, सितम्बर 1 -- गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग में असिस्टेंट प्रो. डॉ. विनीता को उत्तर प्रदेश राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (सीएचटीयूपी) ने परियोजना के 'नैनोस्ट्रक्चर्ड मटेरियल्स: विषैले धातु आयनों के लिए एक कुशल सेंसर शोध-क्षेत्र पर रिसर्च-ग्रांट की अनुमति दी है। परियोजना का उद्देश्य आधुनिक स्थिरीकृत नैनोमैटेरियल्स आधारित सेंसर प्रणाली का विकास करना है, जो जल में उपस्थित भारी धातु आयनों का वैध परीक्षण करने के लिए एक सशक्त उपकरण साबित हो सके। नैनोमैटेरियल्स, धनावेशित धातु आयनों जैसे लेड तथा मरकरी को अवशोषित करने की उच्च क्षमता रखेगा। डॉ. विनीता को तीन वर्षो के लिए सेंसर विकसित करने की शोध सुविधा के अतिरिक्त, एक जूनियर रिसर्च एसोसिएट (जेआरए) नियुक्ति की अध्येयावृत्ति और अन्य शोध-व्यय मद ...