पीलीभीत, अक्टूबर 27 -- महिला की मौत के बाद निजी अस्पताल में हुए हंगामे को लेकर आईएमए ने नाराजगी जताई है। आईएमए के पदाधिकारियों ने प्रेसवार्ता कर घटना की निंदा करते हुए दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि कोई भी डाक्टर यह नहीं चाहता है कि उसके अस्पताल में मरीजों की मौत हो जाए। इसतरह का हंगामा होने से चिकित्सकों का मनोबल टूटता है। आईएमए भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में आईएमए अध्यक्ष डॉ. भारत सेठी ने कहा कि डॉक्टरों को लोग भगवान का दर्जा यूं ही नहीं देते हैं। डॉक्टर अपने पूरे मन से मरीज की सेवा करके यह प्रयास करता है कि उसकी जान बच जाए लेकिन उसके बाद भी अगर किसी की मौत हो जाती है तो यह डॉक्टर के लिए भी दुख की बात होती है। डॉक्टर भगवान तो नहीं है लेकिन सेवा देने वाला व्यक्ति है। वह मरीज की उम्मीदों को पूरा करने का ...