नई दिल्ली, अप्रैल 18 -- झारखंड में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चे भी अब डॉक्टर और इंजीनियर बनने के लिए आसानी से प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे। इसके लिए झारखंड सरकार ने आवासीय कोचिंग सेंटर की व्यवस्था शुरू करने की घोषणा की है। जमशेदपुर में गुरुवार को बातचीत के दौरान शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने बताया कि आवासीय कोचिंग सेंटर में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को मेधा के आधार पर डॉक्टर-इंजीनियर, आईएएस वआईपीएस की पढ़ाई के लिए तैयार किया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने बताया कि इस 10 माह की इस कोचिंग में सब कुछ नि:शुल्क होगा। पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। बच्चों की किताबें और खान-पान की व्यवस्था भी नि:शुल्क होगी। शिक्षा मंत्री ने बताया कि हेमंत सोरेन सरकार झारखंड में शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं को हर तरह के विकल्प देने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसक...