लखनऊ, अक्टूबर 12 -- कार्यशाला लखनऊ, संवाददाता। केजीएमयू की कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि हर डॉक्टर में नेतृत्व क्षमता होनी चाहिए। यह डॉक्टर का एक अहम कौशल है, जो कि मरीजों के इलाज से जुड़े सभी पहलुओं और उनके हित में उसे सही निर्णय लेने के लिए मजबूत बनाता है। साथ ही यह नेतृत्व क्षमता डॉक्टर को अपनी टीम को प्रेरित करने की कला भी सिखाती है। केजीएमयू कलाम सेंटर में दो दिवसीय कौशल निर्माण कार्यशाला के समापन सत्र पर केजीएमयू की कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र में नेतृत्व केवल पद तक ही सीमित नहीं, बल्कि दूसरों को प्रेरित करने और उनके सर्वश्रेष्ठ गुणों को सामने लाने की क्षमता भी है। उन्होंने केजीएमयू बीईएसटी और चिकित्सा शिक्षा विभाग की इस पहल की सराहना की और ऐसे प्रशिक्षणों को संकाय व...
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