मुजफ्फरपुर, मार्च 8 -- मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर सत्र न्यायालय के 150 साल पूरे होने पर हाल ही में भव्य समारोह का आयोजन हुआ। डेढ़ सौ साल पुराने मुजफ्फरपुर बार से जुड़े दर्जनों वकील न्यायाधीश के पद पर आसीन हुए। सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाइकोर्ट तक में जस्टिस के पद को सुशोभित किए, लेकिन यहां के कोर्ट परिसर में अब भी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। अधिवक्ता से लेकर यहां आने वाले पैरवीकार तक कई तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं। मुजफ्फरपुर जिले में 5500 से अधिक वकील बार से निबंधित हैं। इनमें महिला वकीलों की संख्या 700 से अधिक हो चुकी है। स्थिति यह है कि कोर्ट में हर दिन आने वाले करीब 35 हजार वकील और पैरवीकारों के लिए न तो वाहन पार्किंग की व्यवस्था है और न ढंग का शौचालय है। जर्जर और पुराने हो चुके भवनों में पैसेज और रास्तों पर वकील चैंबर और टेबल-कुर्सी लगान...