जमशेदपुर, जुलाई 7 -- वन क्षेत्र से होकर गुजरने वाले बिजली तारों को कवर तार से बदलने की योजना अब भी अधूरी है। डेढ़ साल पहले प्रस्तावित इस योजना पर अबतक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे हाथियों के पर लगातार खतरा बना हुआ है। खासकर चाकुलिया और उसके आसपास के क्षेत्रों में झूलते हुए बिजली के तारों की चपेट में आकर सात हाथियों की मौत हो चुकी है, बावजूद इसके जिम्मेदार विभाग अभी भी सुस्ती में हैं। इनमें पांच हाथियों की मौत मुसाबनी में हुई थी। विद्युत आपूर्ति प्रमंडल घाटशिला ने इस मुद्दे को लेकर वन विभाग से सहयोग मांगा था। दिसंबर 2023 में बिजली निगम के महाप्रबंधक ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि हाथियों के विचरण मार्ग में आने वाले सभी हाईटेंशन तारों की पहचान कर उनकी डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार की जाए। लेकिन रिपोर्ट तैयार होने और उसके बाद आ...