इटावा औरैया, अक्टूबर 16 -- इटावा। नबादा गांव में बना पार्क अब नहीं रहा मॉडल। अफसरों की अनदेखी और देखरेख के अभाव में डेढ़ करोड़ की लागत से बना यह पार्क बदहाली के आंसू बहा रहा है। पार्क के झूले, बेंच, ग्रिल और लाइट सभी टूटकर जर्जर हालात में पड़े हैं। स्थिति यह है कि अब यहां ग्रामीण और बच्चे नहीं गंदगी के चलते तरह-तरह के कीड़े-मकोड़े जॉगिंग कर रहे हैं। वन ब्लॉक-वन पार्क की स्कीम के तहत गांव में बनाए इस पार्क को ग्रामीणों को समर्पित कर दिया गया है। क्षेत्र पंचायत, ग्राम पंचायत और मनरेगा से बने इस पार्क में पर्यावरण के अनुकूल बुजुर्गों और बच्चों के लिए बेहतरीन सुविधाएं दी गई थीं। इसके अलावा पार्क में औषधीय, फलदार और छायादार पौधे भी लगाए गए थे। मॉडल पार्क बनने के बाद में इसे ग्राम पंचायत की देखरेख में सौंप दिया गया ताकि इसे विकसित कर आम लोगों क...
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