गंगापार, सितम्बर 16 -- मांडा, हिन्दुस्तान संवाद। बरसात के बाद मांडा क्षेत्र के दो तीन ग्राम पंचायतों के दर्जनों गांवों में मेजा व मांडा क्षेत्र के आठ जंगली नालों का बरसाती पानी अभी तक भरे होने से तमाम किसानों की खेती जलमग्न होकर बर्बाद हो गई है। इन गांवों में इस समय भी तालाब की दशा बनी हुई है, लेकिन बरसाती पानी के निकास की व्यवस्था न तो स्थानीय प्रशासन कर पा रहा है और न ही जन प्रतिनिधि रुचि ले रहे हैं, जिससे किसानों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। दो दिन पहले खेत में भरे बरसाती पानी में डूबने से ही मौसेरे मासूम भाई बहन की मौत भी हो चुकी है। साथ ही लोग लंबे अवधि से जमे बरसाती पानी के बदबू से तमाम लोग वायरल बुखार सहित विभिन्न रोगों से ग्रसित भी हो रहे हैं। मांडा क्षेत्र के बरहा कला, नेवढ़िया, ढिलिया, ढेढ़रा, मसौली, ऊंटी आदि ग्राम पंचायतों के दर्...
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