नई दिल्ली, फरवरी 17 -- एक और सहकारी बैंक डूबने की कगार पर है, जिससे सेक्टर की स्थिरता को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। नवीनतम संकट में न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक (New India Co-operative Bank) है। यह वित्त वर्ष 2024 तक पिछले दो सालों से घाटे की रिपोर्ट कर रहा है। मार्च 2024 के अंत में बैंक की लोन बुक Rs.1,174.85 करोड़ थी, जबकि इसकी जमा राशि Rs.2,436.38 थी। जबकि न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक की लगभग 60% जमा राशि की मैच्योरिटी अवधि एक से तीन साल है, इसके तीन-चौथाई से अधिक लोन एक ही सेक्टर-रियल एस्टेट में फोकस हैं। बता दें कि हाल ही में आरबीआई ने वित्तीय गड़बड़ियों और जमाकर्ताओं के हितों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर के सभी तरह के लेन-देन पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं।क्या है डिटेल रियल एस्टेट क्षेत्र में बैंक का एक्सप...