गुमला, अक्टूबर 9 -- डुमरी। प्रखंड क्षेत्र के डुमरी और टांगरडीह गांव में मंगलवार को झारखंड का लोकपर्व करमा बड़े उत्साह और पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ मनाया गया। ग्रामीण पुरुष और महिलाएं पारंपरिक भेष-भूषा में सज-धज कर मंदार, घंट और गाजा-बाजा की थाप पर नाचते-गाते रहे।पर्व की शुरुआत संध्याकाल में करम डाली काटने की परंपरा से हुई। पर्वतियों ने उपवास रखकर पवित्र मन से पर्व की तैयारी की। ग्राम अगुवा बीरेंद्र भगत ने अखरा में करम डाली स्थापित कर पूजा की और करम-धरम की कथा सुनाई, जिसमें भाई-बहन के स्नेह, परिश्रम और प्रकृति संरक्षण का संदेश निहित था।पूजा और कथा के बाद पूरे गांव में लोकगीत और नृत्य की गूंज रही। महिलाएं और युवक-युवतियां गोल घेरा बनाकर करम गीतों पर थिरकते रहे। अगले दिन करम डाली को नाचते-गाते हुए नदी तट पर ले जाकर विसर्जित किया गया। यह प...