धनबाद, दिसम्बर 25 -- जोड़ापोखर, प्रतिनिधि। डुमरी तीन नंबर गुरुद्वारा में बुधवार को सुखमणि पाठ एवं शबद कीर्तन का आयोजन किया गया। स्त्री सत्संग की प्रभजोत कौर ने शबद कीर्तन प्रस्तुत कर सभी को निहाल कर दिया। बाबा जी के नाम की अरदास लगाई गई। दूर-दरार से आए सिख संगत ने बाबा के दरबार में माथा टेका। संगतों के बीच प्रसाद वितरण किया गया। गुरदीप सिंह ने बताया कि गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्र साहिबजादा अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह थे। दिसंबर 1704 में आनंदपुर साहिब में मुगल सेना के साथ युद्ध के दौरान गुरु गोविंद सिंह के दोनों बड़े साहिबजादे, अजीत सिंह और जुझार सिंह, चमकौर के युद्ध में शहीद हो गए। उनके दोनों छोटे साहिबजादे, जोरावर सिंह और फतेह सिंह को सरहिंद के सूबेदार वजीर खान ने धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला, लेकिन उन्होंने इंकार ...