गिरडीह, नवम्बर 19 -- डुमरी, प्रतिनिधि। डुमरी-जामतारा ग्रामीण पेयजलापूर्ति प्लांट पिछले ढाई वर्षों से बंद है। फलस्वरुप क्षेत्र के सैकड़ों लोग आज भी शुद्ध पेयजल से वंचित हैं। इससे लोगों में निराशा है और हर रोज उन्हें पीने का पानी जुटाना होता है। डुमरी-जामतारा बाजार में ही बड़ी संख्या में परिवार पानी का जार खरीदने को विवश हैं। गर्मी में तो पीने के पानी की और ज्यादा किल्लत हो जाती है और लोग जलापूर्ति योजना को कोसते रहते हैं। करोड़ों रुपए की लागत से बनी यह योजना शुरू से ही अनियमित रही और लंबे समय से तकनीकी खराबी, विभागीय उदासीनता तथा रखरखाव के अभाव में पूरी तरह ठप पड़ी है। प्लांट बंद होने का सीधा असर जामतारा, डुमरी चौक और आसपास के कई टोलो मोहल्लों पर पड़ा है, जहां लोग आज भी पेयजल की गंभीर समस्या झेलने को मजबूर हैं। पेयजल योजना के अंतर्गत जमुनि...