नई दिल्ली।, सितम्बर 19 -- कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) इन दिनों अपने नेतृत्व को लेकर उहापोह की स्थिति में है। अगले सप्ताह चंडीगढ़ में होने वाले 25वें पार्टी अधिवेशन से पहले यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि मौजूदा महासचिव डी. राजा के 75 वर्ष की आयु सीमा पार करने के बाद पार्टी की कमान किसके हाथों में जाएगी। डी. राजा 2019 से सीपीआई के महासचिव हैं और 2022 में दोबारा इस पद पर निर्वाचित हुए थे। वे पार्टी के सबसे पहचानने योग्य चेहरों में से एक रहे हैं। लेकिन तय आयु सीमा से अधिक हो जाने के कारण अब नेतृत्व परिवर्तन की संभावना तेज हो गई है।रेस में इनके हैं नाम? अमरजीत कौर: CPI की ट्रेड यूनियन शाखा एआईटीयूसी की महासचिव और जुझारू महिला नेता के तौर पर प्रसिद्ध अमरजीत कौर का नाम सबसे आगे है। संगठनात्मक क्षमता और भाषण शैली के कारण उन्हें मजबूत दावेदार मान...