नई दिल्ली, मई 3 -- नई दिल्ली।अभिनव उपाध्याय दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा स्थाई समिति की बैठक में कोर्स को लेकर कई फैसले हुए हैं और अभी कई फैसले होने बाकी हैं। सूत्रों के अनुसार अंग्रेजी के पाठ्यक्रम में भी बदलाव हुआ है। अब तक छात्र पतंजलि के महाभाष्य की टीका दूसरे विद्वान की पढ़ते थे लेकिन अब वह पतंजलि द्वारा लिखे गए मूल महाभाष्य को ही पढ़ेंगे। एक शिक्षक का कहना है कि डीयू में एमए के कोर्स में जो बदलाव हो रहा है उसमें भारतीय ज्ञान परंपरा को सभी प्रश्नपत्रों में समाहित किया जा रहा है। यह प्रक्रिया का हिस्सा है। बेहतर है कि हर विषय के विद्यार्थी भारतीय धर्म,दर्शन को जानें। पुराने पेपर में बदलाव किया है। कुछ यूनिट जोड़ा गया है और कुछ घटाया गया है। पश्चिमी विद्वानों के अलावा भारतीय चिंतक भी शामिल किए गए हैं। अगली स्थाई समिति की बैठक 6 मई को नि...