नई दिल्ली, अप्रैल 1 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। वरिष्ठ साहित्यकार और केंद्रीय हिंदी संस्थान के उपाध्यक्ष रहे कमल किशोर गोयनका का मंगलवार को निधन हो गया। सांस की तकलीफ के चलते उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। वह 86 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार बुधवार को निगम बोध घाट पर किया जाएगा। बेटे संजय ने बताया कि 9 मार्च को उन्हें सांस लेने में दिक्कत हुई। इसके बाद उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में हालत बिगड़ने पर आईसीयू में वेंटिलेटर में रखा गया। संजय ने कहा, मंगलवार सुबह करीब साढ़े सात बजे अंतिम सांस ली। मूल रूप से बुलंदशहर के निवासी डा.गोयनका दिल्ली विश्वविद्यालय में हिंदी के प्राध्यापक रहे। वे सेवानिवृत्ति के बाद दिल्ली में ही रह रहे थे। उन्हें उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद के साहित्य के सर्वोत्तम विद्वानों और शोधकर्...