बुलंदशहर, नवम्बर 8 -- डीपीबीएस कालेज में राष्ट्रगीत "वंदे मातरम्" की 150 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में विचार-गोष्ठी का आयोजन किया। शुक्रवार को डीपीबीएस कालेज में राष्ट्रगीत "वंदे मातरम्" की 150 वीं जयन्ती पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में वक्ताओं ने राष्ट्रगीत में निहित भारत की अखंडता, सांस्कृतिक विविधता और भौगोलिक सौंदर्य के भावों पर विस्तार से विचार प्रस्तुत किए। डा. सोहन आर्य ने कहा कि "वंदे मातरम्" केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह भारत की आत्मा का प्रतीक है। कार्यक्रम के संयोजक डा. लक्ष्मण सिंह ने कहा कि "वंदे मातरम्" के रचनाकार बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने गीत के माध्यम से भारत वासियों में स्वाधीनता की चेतना का संचार किया। यह गीत देश की आज़ादी के आंदोलन का प्रेरणास्रोत रहा। प्राचार्य प्रो. जीके सिंह ने कहा कि राष्ट्रगीत हमारे राष्...