कन्नौज, फरवरी 15 -- कन्नौज। शादी-विवाह और मांगलिक कार्यक्रम में युवाओं को डीजे खूब भा रहा है। डीजे की धमक के आगे बैंडबाजा की धुन फीकी पड़ गई है। कार्यक्रमों में डीजे की डिमांड बढ़ने से इन्हें आसानी से काम नहीं मिल रहा है। बेहतर इलाज न मिलना, रियायत पर ऋण न मिलने जैसी समस्याओं से भी जूझ रहे हैं। बैंडबाजा संचालकों का कहना है कि महंगाई के चलते दो जून की रोटी तक मुश्किल हो रही है। कई बार जिम्मेदारों से फरियाद लगाई पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। हमें भी अनुदान पर या नि:शुल्क ढोल-नगाड़े और बैठने के लिए बाजार में दुकान मुहैया कराई जाए। मीर हो या गरीब, सबकी खुशियों में चार चांद लगाने वाले बैंडबाजा वालों पर डीजे और आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भारी पड़ रहे हैं। हर कार्यक्रमों पर राज करने वाले बैंडबाजा संचालक आज बुरे दौर से गुजर रहे हैं। इनका जीवन समस्याओ...