देहरादून, अप्रैल 25 -- देहरादून>।'मैडम, शिक्षा विभाग के दफ्तरों में प्रवेश पर प्रतिबंध क्यों लगाया? पूरे महानिदेशालय, निदेशालय पर ही ताला लगा दीजिए। इनका कोई औचित्य भी नहीं रह गया है।' शिक्षा विभाग के राज्यस्तरीय दफ्तरों में बिना अनुमति प्रवेश पर प्रतिबंध के आदेश से शिक्षकों ने कड़ा विरोध किया है। राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने बाकायदा धन्यवाद ज्ञापन भेजते हुए कहा कि राजकीय शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग के दफ्तरों का कोई मतलब नहीं रह गया। इसलिए न रहे बांस और न बजे बांसुरी। ये दफ्तर केवल यहां बैठने वाले अफसर-कर्मियों के लिए ही है जो अपने ही प्रमोशन व संबंधित कामों को करते हैं। इन्हें शिक्षकों और बाकी कर्मचारियों से कोई सरोकार नहीं है। प्रदेश महामंत्री रमेश चंद्र पैन्यूली ने कहा कि चार अगस्त 2022, फिर चार दिसंबर 2023 औ...