मुजफ्फरपुर, नवम्बर 28 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। डीएलएड में निजी कॉलेजों में नामांकन कराने वाले अभ्यर्थियों को एक साल का 60 हजार और सरकारी कॉलेजों में मात्र 11 हजार रुपये ही देने होंगे। दो वर्षीय डीएलएड में नामांकन को लेकर सरकारी और निजी कॉलेजों के शुल्क में इस बड़े अंतर से अभ्यर्थी आर्थिक दबाव में हैं। जिले के सरकारी कॉलेजों में 500 और सूबे में मात्र 9100 सौ सीटें हैं। जबकि, उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या सूबे में ढाई लाख से अधिक है। ऐसे में बाकी अभ्यर्थियों को निजी कॉलेजों की शरण में जाना होगा। मुजफ्फरपुर के सरकारी कॉलेजों में मात्र 500 सीटें हैं। निजी कॉलेजों में यह संख्या एक हजार है। अभ्यर्थियों ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से निजी कॉलेजों की फीस पर पुनर्विचार करने की मांग की है। अभ्यर्थी शिवम, रोहन, नेहा, अंजनी ने ...
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