बुलंदशहर, फरवरी 28 -- मैं डीएम रोड हूं। मेरा भी अपना एक दर्द है। दर्द यह है कि इस मार्ग को हर दिन जिले के आईएएस, आईपीएस, पीपीएस, पीसीएस और ना जाने कितने ही लोग मुझे रौंदते हुए निकलते हैं। लेकिन वाहनों की आवाजाही ने अब मुझे कराहने पर मजबूर कर दिया है। जगह-जगह मुझे जख्मों के रूप में गड्डे मिले हैं। इनकी मरम्मत कब होगी, यह पता नहीं। अब बात दूसरी समस्या की करता हूं। जगह-जगह हाईटेंशन लाइन पेड़ों को छू रही हैं। इन पेड़ों के नीचे ना जाने भीषण गर्मी में कितने राहगीर लोग धूप से बचने का प्रयास करते होंगे, लेकिन पेड़ों की छटाई नहीं होने से हादसों का खतरा बना है। इसके अलावा इस पॉश इलाके में खुले मैदानों में लगे कूड़े के ढेर मुझे बदबू से सराबोर कर रहे हैं। मैं अपना दर्द आखिर किससे साझा करूं? बुलंदशहर के सबसे पॉश इलाके में डीएम रोड आती है। यह रोड शहर क...
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