मधुबनी, अगस्त 3 -- मधुबनी,निज संवाददाता। जिले के सरकारी स्कूलों की स्थिति चिंताजनक है। डीईओ कार्यालय के मुताबिक, जिले के 21 प्रखंडों में 800 से ज्यादा स्कूल या तो जर्जर भवन में चल रहे हैं या उनके कमरे क्षतिग्रस्त हैं। ये स्कूल बच्चों के लिए खतरा बन चुके हैं, लेकिन शिक्षा विभाग महज रंगाई-पुताई कर अपनी जिम्मेदारी पूरी मान रहा है। जिला स्तर पर भेजी गई सूची के अनुसार लदनियां में 68, राजनगर में 67, हरलाखी में 60, लखनौर में 59, फुलपरास में 50, जयनगर में 48, पंडौल और खजौली में 44-44, बाबूबरही और झंझारपुर में 43-43, बेनीपट्टी में 41, रहिका में 40, कलुआही में 39, घोघरडीहा व मधेपुर में 30-30, बासोपट्टी में 28, बिस्फी में 24, अंधराठाढ़ी और खुटौना में 21-21, लौकही में 11 और मधवापुर में 3 स्कूल ऐसे हैं जो गंभीर हालत में है। डीएम आनंद शर्मा ने बताया कि...