लखनऊ, मई 23 -- जलनिगम को डीएम ने सख्त निर्देश दिए हैं कि जो भी कार्य करना हो उसे मानसून आने से पहले निपटा लें। बारिश में खुदी सड़कें दुर्घटनाओं का कारण बन सकती हैं। शुक्रवार को एनआईसी सभागार में डीएम विशाख जी ने पानी, सीवर, जल निकासी और निर्माण कार्यों की समीक्षा की। बैठक की शुरुआत गोमती को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए जल निगम की ओर से कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा से हुई। अधीक्षण अभियंता जल निगम ने डीएम को बताया गया कि 33 नालों में से 26 नालों (डिस्चार्ज 497.60 एमएलडी) के संचालन एवं रखरखाव का कार्य उनका विभाग करा रहा है। जो शेष आठ नाले (डिस्चार्ज 108.16 एमएलडी) सीधे गोमती में मिल रहे हैं उनके ट्रीटमेंट का कार्य प्रगति पर है। पांच में से चार नालों का पानी साफ करने के लिए दो एसटीपी (क्षमता 3.5 एमएलडी एवं 50 एमएलडी) के निर्माण कार्य प्रगति प...