कोडरमा, अप्रैल 21 -- जयनगर, निज प्रतिनिधि । डेडीकेटेड फ्रंट कॉरिडोर को लेकर रेलवे की ओर से की जा रही घेराबंदी के बाद प्रखंड के डुमरी समेत आधा दर्जन से अधिक गांव टापू बनकर रह गया है। घेराबंदी के बाद डुमरी गांव के लोगों को आवाजाही के लिए कोई रास्ता नहीं बचा है। यहां तक कि नौनिहालों के भविष्य संवारने डुमरी में बने सरकारी नव प्राइमरी स्कूल का दरवाजा घेराबंदी से बंद हो गया है। डुमरी गांव के एक तरफ जहां महज 50 मीटर की दूरी पर अक्तो नदी है। इस पर पुल तो बन गया है। पर गांव के लोगों का पुल तक जाने का कोई संपर्क पथ नहीं है। दूसरी तरफ रेलवे द्वारा पूरी तरह आने-जाने का रास्ता बंद कर दिया है। इससे यह गांव पूरी तरह से आवागमन की सुविधा से वंचित हो गया है। इस गांव की आबादी लगभग 700 है, जहां कृषि के अलावा अपने व्यवसाय,मजदूरी पर आश्रित हैं। यहां की स्थिति ...
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