वरिष्ठ संवाददाता, दिसम्बर 19 -- यूपी के गोरखपुर में कागजों में मर चुका खोराबार के छितौना गांव का रहने वाला रामकेवल डीएनए जांच के बाद एक बार फिर 'जिंदा' हो गया है। डीएनए रिपोर्ट में सामने आया कि रामसरन के परिवार से ही रामकेवल का रक्त संबंध है। ऐसे में उसकी गिरफ्तारी और जेल में निरुद्ध करना गैरकानूनी है। हाईकोर्ट ने डीएनए रिपोर्ट आने के बाद रामकेवल को तत्काल जेल से रिहा करने का आदेश दिया। इसी के साथ करीब तीन महीने से अवैध तरीके से जेल में बंद रामकेवल अब बाहर आ गया। दरअसल, रामकेवल से जुड़ा यह मामला छितौना गांव की एक जमीन बेचने के बाद सामने आया था। रामकेवल को मृत बताकर उनके भतीजे राम सरन ने खरीदार, उसकी पत्नी और जमीन बेचने वाले पर फर्जीवाड़ा सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया था। भतीजे का दावा था कि उसके चाचा रामकेवल पुत्र विपत की मौत हो चुक...