भागलपुर, मई 26 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता अब पहली कक्षा के बच्चे डिसीजन मेकर (निर्णयकर्ता) बनेंगे और 12वीं के छात्र दूसरों को कॅरियर ट्रेंड की सीख देंगे। इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई है। स्कूलों में पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक के बच्चों के चहुंमुखी विकास को लेकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने नई पहल की है। बोर्ड की ओर से छात्रों में आत्मविश्वास जगाने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की कवायद की जा रही है। इस बाबत बोर्ड के सचिव हिमांशु गुप्ता ने संबद्ध सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों तथा संचालकों को स्कूलों में अनिवार्य रूप से पैरेंटिंग कैलेंडर लागू करने का निर्देश दिया है। दरअसल, सीबीएसई बोर्ड पैरेंटिंग कैलेंडर के माध्यम से स्कूली छात्रों, उनके अभिभावकों तथा शिक्षकों के बीच संबंधों को बेहतर बनाते हुए स्कूलों में बच्चों के लिए...