हरिद्वार, सितम्बर 13 -- डिवाइन कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज में आयुर्वेदिक हेल्थ केयर कार्यक्रम के तहत छात्रों को आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति का महत्व बताया गया। साथ ही उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। जागृति वीमेंस कॉन्फ्रेंस की ओर से आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती वंदना से हुई। कॉन्फ्रेंस की अध्यक्ष नीरू जैन ने कहा कि आयुर्वेद केवल रोगों का उपचार नहीं बल्कि जीवन को संतुलित और निरोगी बनाने की संपूर्ण पद्धति है। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे आयुर्वेद के सिद्धांतों को अपनाकर स्वस्थ और दीर्घायु बनें। मुख्य वक्ता डॉ. अल्का सिंगल ने व्यस्त जीवनशैली और असंतुलित खानपान से बढ़ती बीमारियों पर चिंता जताई। कहा कि इनका समाधान आयुर्वेदिक जीवनचर्या और प्राकृतिक चिकित्सा में छिपा है। उन्होंने योग, संतुलित आहार और दिनचर्या को स्वास्थ्य...