फतेहपुर, अप्रैल 20 -- फतेहपुर। सरकारी अस्पतालों में पर्चा से निशुल्क उपचार व दवा मुहैया कराने के दावे कागजों तक सीमित हैं। हकीकत में मरीजों से जांच से लेकर इलाज तक की रकम ऐंठी जाती है। शनिवार को एक पीड़ित ने डीएम से गुहार लगाते हुए वसूला गया रुपया वापसी कराने के साथ कार्रवाई की मांग की है। शहर के मोहल्ला मलाका निवासी शैलेन्द्र द्वारा डीएम को दिए गए ज्ञापन में बताया कि गरीब परिवार से है। भाभी के प्रसव पीड़ा बढ़ने पर 29 मार्च को अस्पताल में भर्ती हुई थी। जहां पर कर्मियों के द्वारा जांच के नाम पर पांच सौ रुपए ले लिया गया। इसके बाद प्रसव होने के बाद आठ हजार रुपये की डिमांड रख दी गई थी। जैसे तैसे कर्जा लेकर पांच हजार रुपये दिया गया और खून चढ़ाने में भी दो सौ रुपए लिया गया। जांच से लेकर डिलीवरी व खून चढ़ाने में पैसों की मांग पर अस्मर्थता जताई थ...