नई दिल्ली, सितम्बर 29 -- एक महिला की जिंदगी कई जिम्मेदारियों और रिश्तों से भरी होती है। मां, बेटी, पत्नी या बहन, हर रिश्ते और रिश्ते से जुड़ी जिम्मेदारी को वो दिल से निभाती है। अक्सर लोग मानते हैं कि औरत के लिए सबसे बड़ा दर्द बच्चे को जन्म देने का होता है। सच तो यही है कि डिलीवरी का दर्द बहुत कठिन होता है, लेकिन एक और दर्द है जो उससे भी ज्यादा गहरा और लंबा चलता है। यह दर्द है रिश्तों में अकेलेपन और भावनात्मक उपेक्षा का। यह चुपचाप औरत को भीतर से तोड़ देता है और उसकी मुस्कान छीन लेता है। डॉक्टर सुनीता लड्डा ने इसी बारे में खुलकर बात की है। आइए जानते हैं।सिर्फ मेडिकल केयर ही काफी नहीं अक्सर लोग मानते हैं कि औरत को सिर्फ शारीरिक या मेडिकल देखभाल की जरूरत है, लेकिन असलियत ये है कि उसकी भावनात्मक देखभाल भी उतनी ही जरूरी है। डॉ सुनीता के मुताबिक...
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