रांची, फरवरी 2 -- रांची, वरीय संवाददाता। झारखंड जनजाति सुरक्षा मंच के नेतृत्व में आरोग्य भवन में शुक्रवार को बैठक हुई। इसमें नौ फरवरी को धरना और सीएम एवं राज्यपाल को ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया। बैठक में मंच ने मांग की कि विशेष सत्र बुलाकर डीलिस्टिंग बिल पारित कराया जाए। डीलिस्टिंग यानी वे आदिवासी जो अपनी धर्म-संस्कृति, परंपरा छोड़ चुके हैं। उन्होंने अन्य धर्म अपना लिया है। ऐसे लोगों को एसटी से बाहर किया जाए।उन्होंने कहा कि सरना आदिवासी अपने अधिकार की रक्षा के प्रति अब भी सजग और सतर्क हो जाए। कहा कि आदिवासी एकता तभी संभव है, जब धर्मांतरित शख्स जिन्होंने अपनी प्रथा छोड़कर दूसरे धर्म को अपना लिया और ईसाई या मुस्लिम धर्म अपना लिया है, वे सभी पुनः अपनी रूढ़ी प्रथा में वापस आएंगे, तभी एकता रैली संभव है। मंच के सोमा उरांव बोले, यदि वह दूसरा धर...