भागलपुर, अप्रैल 10 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। कल तक सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी बीमारियों के इलाज में मुफीद माने जाने वाली होम्योपैथी विधा, आज ढेर सारी बीमारियों के इलाज में कारगर साबित हो रहा है। होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति ने इस कदर विकास कर लिया है कि न केवल बीपी, ब्लड शुगर का इलाज इसके डॉक्टर कर रहे हैं, बल्कि डिप्रेशन और तनाव तक को इस विधा की मीठी गोलियों के जरिए दूर किया जा रहा है। यहां तक बच्चों को मिर्गी जैसी बीमारी से भी होम्योपैथी विधा मुक्त कर रही है। इसकी गवाही न केवल निजी होम्योपैथी क्लीनिक बल्कि सरकारी अस्पतालों में संचालित होम्योपैथिक ओपीडी में बढ़ी भीड़ गवाही दे रही है। होम्योपैथिक डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार गुप्ता बताते हैं कि कोरोना काल में जहां होम्योपैथ ने इम्युनिटी बढ़ाकर रोग से लड़ने की शक्ति प्रदान की ...