अमरोहा, जुलाई 7 -- डिडौली क्षेत्र में भी कई स्थानों पर दस मोहर्रम को ताजियों के जुलूस निकाले गए। कर्बला की तारीख का जिक्र करते हुए लोगों ने इमाम हुसैन की शहादत को याद किया। हर तरफ से बस या हुसैन-या हुसैन की गूंज सुनाई दी। क्षेत्र के गांव पतेई खालसा में पैगम्बर-ए-इस्लाम के नवासे हजरत इमाम हुसैन की याद में ताजियों के जुलूस की शुरुआत रविवार दोपहर दो बजे की गई। ताज़िए की ऊंचाई मानक के मुताबिक रखी गई। दो साल पहले इस गांव में ट्रांसमिशन की विद्युत लाइन से ताजिया टकराने से बड़ा हादसा हो गया था लिहाजा इसी वजह से ताज़िए की ऊंचाई को 12 फिट के आसपास रखा गया। जुलूस के दौरान या हुसैन-या हुसैन की सदाएं गूंजती रहीं। गमगीन माहौल में ताज़िए दफन किए गए। इससे पहले नौ मोहर्रम की रात में तैयार हुए ताजियों को घरों के बाहर रखा गया। लोगों ने रातभर जागकर इबादत की...