प्रयागराज, अगस्त 19 -- प्रयागराज, संवाददाता। भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण मध्य क्षेत्रीय केंद्र चैथम लाइंस में मंगलवार को प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में पर्यावरण तथा वनस्पति से जुड़े शोधार्थियों और पर्यावरण प्रेमियों ने भाग लिया।कार्यशाला में प्रतिभागियों को आधुनिक शोध पद्धतियों एवं डिजिटल साधनों से पौधों की पहचान करने की तकनीक सिखाई गई। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पौधों की पहचान, संरक्षण और जैव विविधता के महत्व के प्रति जागरूक करना था। डॉ.ओएन मौर्य ने बताया कि वर्तमान में जैव विविधता का संरक्षण मानव जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने पौधों के वैज्ञानिक वर्गीकरण, औषधीय गुणों और उनकी भूमिका तथा बदलते पर्यावरणीय परिदृश्य में उनके महत्व पर विस्तार से जानकारी दी।

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