लखनऊ, जुलाई 17 -- लखनऊ, संवाददाता। बीबीएयू में साइबर फ्रॉड पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। अध्यक्षता कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में डिजिटल क्षेत्र तेजी से प्रगति कर रहा है, जिसमें सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी), कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), क्रिप्टोग्राफी, 4.0 टेक्नोलॉजी और वर्चुअल रियलिटी जैसी आधुनिक तकनीकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत डिजिटल लेन-देन के क्षेत्र में अग्रणी बन चुका है, जहां यूपीआई के माध्यम से सबसे अधिक ट्रांजेक्शन दर्ज किए गए हैं। कुलपति ने डिजिटल साक्षरता पर कहा कि इस क्षेत्र में साक्ष्य-आधारित शोध की अत्यधिक आवश्यकता है, जिससे तकनीकी नवाचारों को सामाजिक और आर्थिक विकास से प्रभावी रूप से जोड़ा जा सके। प्रॉक्टर प्रो. एमपी सिंह ने बताया कि आज डिजिटल माध्यमों के बढ़ते उपयोग ...