संभल, दिसम्बर 22 -- आगामी डिजिटल जनगणना को पूरी तरह सटीक और पारदर्शी बनाने के लिए जिला प्रशासन ने अभी से तैयारियां तेज कर दी हैं। जनगणना से पहले गांव और नगर की व्यावहारिक सीमाओं को स्पष्ट करने का बड़ा अभियान शुरू किया गया है, ताकि यह तय किया जा सके कि कौन सा गांव वास्तव में ग्रामीण है और कौन सा गांव नगर की सुविधाओं का लाभ लेते हुए नगरीय स्वरूप में आ चुका है। नए साल 2026 में एक जनवरी से डिजिटल जनगणना का काम शुरू होगा। इसके लिए जिला प्रशासन प्रारंभिक तैयारियों में जुटा है। प्रशासन का फोकस उन गांवों पर है जो नगर पालिका और नगर पंचायतों की सीमा से सटे हुए हैं। ऐसे कई गांव हैं, जो, भले ही रिकॉर्ड में ग्रामीण दर्ज हैं, लेकिन व्यावहारिक रूप से नगर निकायों की सड़क, पानी, बिजली, बाजार और अन्य शहरी सुविधाओं का उपयोग कर रहे हैं। इन्हीं तथ्यों को आधार...