काठमांडू, सितम्बर 12 -- नेपाल पिछले एक सप्ताह से भीषण विरोध प्रदर्शनों की चपेट में है। सरकारी अक्षमता और भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू हुआ यह आंदोलन अब राष्ट्रव्यापी विद्रोह का रूप ले चुका है। युवा पीढ़ी, खासकर "जनरेशन Z", इस आंदोलन की अगुवाई कर रही है। प्रदर्शनकारियों के दबाव और हिंसा के बढ़ते हालात के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली सहित मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। पुलिस कार्रवाई में कम से कम 31 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,000 से अधिक घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने सरकारी भवनों, नेताओं के निजी घरों और यहां तक कि पर्यटन केंद्रों के होटलों को आग के हवाले कर दिया। नेपाल की संसद भी लपटों में घिर गई। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि सेना को सड़कों पर उतरकर कर्फ्यू लागू करना पड़ा और प्रदर्शनकारियों से बातचीत की कोशिश करनी पड़ रही है। इस गुस्से क...