लातेहार, अगस्त 18 -- लातेहार, संवाददाता। बालूमाथ के भलुवाही गांव में डायरिया के मरीज मिलने के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल बन गया है। गांव के सभी ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग के ओर से लगे शिविर में जांच भी करा रहे हैं। गांव की मुखिया नीलिमा तिर्की और पूर्व मुखिया सुरेंद्र उंराव की तत्परता के कारण समय पर लोगों का इलाज शुरू हो गया अन्यथा गांव वालों के सामने परेशानी और बढ़ जाती। मुखिया और पूर्व मुखिया ने बताया कि बालूमाथ में कोयले से रोजाना लाखों रुपए की आमदनी हो रही है। इसके बावजूद शेरेगड़ा पंचायत के कई गांव ,टोले काफी पिछड़े हैं। गांव तक पहुंचाने के लिए 3 किलोमीटर की सड़क कितनी जर्जर है कि पैदल चलना भी दूभर है। कई बार जिला प्रशासन को अवगत कराया गया है। जबकि इस इलाके में कोयल का अकूत भंडार है। लोग प्रदूषण और डस्ट से गंभीर बीमारी से पीड़ित हो रह...