लखनऊ, मार्च 9 -- ग्लूकोमा को काला मोतिया या संबलबाई भी कहा जाता है। यह एक गंभीर नेत्र बीमारी है, जो धीरे-धीरे आंखों की रोशनी को प्रभावित करता है। इससे बचाव के लिए 40 साल के ऊपर के सभी लोगों को आंखों की नियमित जांच कराते रहना चाहिए। यह जानकारी आईएमए लखनऊ शाखा के सचिव डॉ. संजय सक्सेना ने दी। आईएमए लखनऊ और ऑप्थल्मोलॉजिस्ट सोसाइटी की ओर से गोमती नगर जनेश्वर मिश्रा पार्क में जागरूकता कार्यक्रम और वॉकथॉन हुआ। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और विधायक डॉ. नीरज बोरा भी मौजूद रहे। इस मौके पर वॉकथॉन का भी आयोजन हुआ। डॉ. संजय सक्सेना ने बताया कि ग्लूकोमा के अधिकतर मामलों में शुरुआती दौर में कोई लक्षण नजर नहीं आते हैं। जब तक मरीज को अहसास होता है, तब तक दृष्टि हानि हो चुकी होती है, जो अपरिवर्तनीय होती है। इसलिए समय पर इसकी पहचान और इलाज बेहद जरूरी है। विशेष ...
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