एटा, अगस्त 9 -- राईट-टू-एजूकेशन योजना में गरीब बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करायी जा रही है। इसके तहत स्कूलों में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं का स्कूल प्रबंधन को पोर्टल पर पंजीकरण करना होता है। तभी उनको शासन से मिलने वाली फीस प्राप्त हो सकेगी। बीएसए दिनेश कुमार ने बताया कि राईट-टू-एजूकेशन के तहत प्राइवेट विद्यालयों में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं का डाटा पोर्टल पर फीड करना होता है। पोर्टल पर दिखने वाले डाटा के हिसाब से ही शासन से गरीब बच्चों को पढ़ाने वाले स्कूलों को 450 रुपये के हिसाब से फीस 11 माह तक दी जाती है। साथ ही छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष पांच हजार रुपये धनराशि अभिभावकों के खाते में भेती जाती है। उन्होंने बताया कि गति दो वर्ष से ही बच्चों के अभिभावकों के खाते में शासन से पांच हजार रुपये भेजे जा रहे हैं। इस...