लखनऊ, मार्च 21 -- पीजीआई के मेडिकल जेनेटिक्स विभाग की ओर से विश्व डाउन सिंड्रोम दिवस पर वॉकथॉन का आयोजन हुआ। मेडिकल जेनेटिक्स की प्रमुख डॉ. शुभा फड़के ने बताया कि डाउन सिंड्रोम वाले बच्चों के दैनिक जीवन के कार्यों को बेहतर बनाने में ऑक्यूपेशनल थेरेपी की अहम भूमिका है। बच्चों को शुरुआती समय से ही ऑक्यूपेशनल थेरेपी की सुविधा दी जाए तो उनमें कार्य करने, समझने आदि की क्षमता काफी हद तक विकसित हो जाती है। पीजीआई परिसर में संस्थान के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने वॉकथॉन में हिस्सा लिया। निदेशक ने डाउन सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्तियों के लिए शीघ्र निदान और सामाजिक स्वीकृति के महत्व के बारे में बताया। वॉकथॉन में डाउन सिंड्रोम से पीड़ित 30 से अधिक बच्चों और परिवारीजनों ने हिस्सा लिया। वॉकथॉन का उद्देश्य डाउन सिंड्रोम के बारे में जागरूकता फैलाना था। डॉ. शुभा...