नई दिल्ली, जून 4 -- कंपनियां अपनी वेबसाइट के भ्रामक डिजाइन (डार्क पैटर्न) के जरिए डर दिखाकर, दान या फाल्स अर्जेंसी के नाम पर जबरन आपकी जेब ढीली नहीं करा सकेंगी। केंद्र सरकार ने तीन महीने में कंपनियों को वेबसाइटों से भ्रामक डिजाइन बदलने को कहा है। दरअसल, उपभोक्ता मंत्रालय ने ई कॉमर्स कंपनियों द्वारा उपयोग किए जा रहे 13 तरह के डार्क पैटर्न की पहचान की है।कैसे करते हैं मजबूर मसलन, आप किसी वेबसाइट के जरिए होटल में कमरा बुक करना चाहते हैं। वेबसाइट बताती है कि सिर्फ दो कमरे बचे हैं और कई लोग इस वक्त कमरा तलाश रहे हैं। आपने कोई कैब बुक की या वेबसाइट से सामान खरीदा तो वेबसाइट खुद आपके कार्ट में दान के तौर पर कुछ राशि जोड़ देती है। इसी तरह हवाई या किसी अन्य यात्रा के लिए टिकट बुक करते हुए इंश्योरेंस लेने को मजबूर किया जाता है। लोकल सर्कल्स के एक स...