सिमडेगा, मार्च 7 -- झारखंड के सिमडेगा में किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य से की जा रही डबल क्रॉपिंग अर्थात एक सीजन में दो फसलों की खेती बंद हो चुकी है। डबल क्रॉपिंग की खेती कम वर्षा होने की मार झेलने वाले किसानों के लिए वरदान साबित होती थी। इसके बंद होने से हजारों किसानों की रोजी-रोटी पर आफत आ गई है। जो किसान इस योजना से जुड़कर आर्थिक स्थिति मजबूत करते थे, वही अब रोजी-रोटी की तलाश में पलायन करने को विवश हैं। गेहूं, चना, मसूर की खेती

जिले में डबल क्रॉपिंग की खेती 4700 हेक्टेयर भूमि में होती थी। योजना के तहत किसानों को सालों भर खेती करने के लिए विभाग की ओर से नि:शुल्क  बीज वितरण, प्रोत्साहन राशि, खेती से संबंधित जानकारी भी दी जाती थी। डबल क्रॉपिंग के तहत किसान अपने खेतों में धान की कटाई के बाद गेहूं, चना, मसूर आदि की खेत...