प्रयागराज, सितम्बर 13 -- प्रयागराज। जिला महिला चिकित्सालय (डफरिन) में हर माह लगभग 300 शिशुओं का जन्म होता है। यहां प्रयागराज के अलावा कौशाम्बी से भी मरीज आते हैं। लगभग 200 बेड के अस्पताल में वेंटिलेटर की कोई सुविधा नहीं है। यदि किसी नवजात शिशु की स्थिति अधिक गंभीर हुई तो उसे चिल्ड्रेन अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। लेकिन रेफर किए गए शिशु को चिल्ड्रेन अस्पताल में वेटिलेंटर समय से मिल पाना बहुत मुश्किल रहता है।चिल्ड्रेन अस्पताल में वेंटिलेटर न मिलने पर निजी अस्पताल जाना पड़ता है जहां सामान्य मरीज को इलाज करा पाना संभव नहीं रहता है और शिशु की मौत हो जाती है। डफरिन अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा न होने का खामियाजा बुधवार को कौशाम्बी की रहने वाली रूबी को उठानी पड़ी। प्रसव के बाद रूबी के बच्चे को सांस लेने में अधिक परेशानी थी। परिजन एंबुलेंस से...