गोरखपुर, अप्रैल 24 -- गोरखपुर, मुख्य संवाददाता। गेहूं की कटाई के बाद किसानों ने डंठल जलाना शुरू कर दिया है। ऐसे में खेतों में आग लगने के हादसे भी सामने आ रहे हैं। लेकिन कृषि विभाग इस पर लगाम नहीं लगा पा रहा है। मंगलवार की रात खोराबार ब्लॉक के छितौना गांव में गेहूं के डंठल बड़े क्षेत्र में जलते दिखे। निकल रहे धुएं से सड़क से गुजर रहे लोगों को दिक्कत भी हो रही थी। संयुक्त कृषि निदेशक डॉ अरविंद कुमार सिंह कहते हैं कि गेहूं की डंठल जलाने से खेत की उर्वरा शक्ति निरंतर घट रही है। उन्होंने बताया कि हर साल किसान खेत में उपलब्ध जैव उर्वरक राई जोवियम, अजोटो बैक्टर, एजो स्पाई रिलियम, ब्लू ग्रीन एल्गी और फास्फोरस विलायक जीवाणु, नाईट्रोजन को स्थिरीकरण करते हैं। कृषि अवशेष फास्फोरस को घुलनशील बना कर पौधों को उपलब्ध कराते हैं पर खेतों में गेहूं का डंठल ...