नई दिल्ली, मई 4 -- टेंडर मैनेज घोटाले में आईएएस संजीव हंस के साथ ही नगर विकास एवं आवास विभाग और भवन निर्माण विभाग के तत्कालीन अधिकारियों को भी रिश्वत मिली थी। यह रिश्वत ठेकों में मध्यस्थता निभाने वाले ठेकेदार रिशु श्री के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को दी गई। स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसवीयू) में दर्ज नये केस (05/2025) में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच रिपोर्ट के आधार पर इसका खुलासा किया गया है। गुरुवार को दर्ज इस एफआईआर में आईएएस संजीव हंस, रिशु श्री, उसके कर्मी संतोष कुमार व निजी कंपनी के निदेशक पवन कुमार सहित कई अज्ञात अधिकारियों को आरोपित बनाया गया है। दर्ज एफआईआर के मुताबिक रिशु श्री के ठिकानों पर ईडी की हुई छापेमारी के दौरान कई ऐसे दस्तावेज मिले हैं, जिसके आधार पर विभिन्न विभागों के कई अधिकारियों को टेंडर मैनेज करने के एवज में रिश्व...