रांची, अगस्त 2 -- रांची, संवाददाता। केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित आउटसोर्सिंग नीति और फोर लेबर कोड को एचईसी में लागू करने की प्रवृत्ति के खिलाफ विरोध तेज हो गया है। हटिया कामगार यूनियन (एटक) के नेता लालदेव सिंह ने आरोप लगाया है कि एचईसी प्रबंधन मजदूरों के शोषण को बढ़ावा देने वाली नीति को लागू करने पर आमादा है। उन्होंने बताया कि आउटसोर्सिंग के जरिये उत्पादन खर्च घटाने के नाम पर ठेका मजदूरों को वेतन और सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है। इसी के विरोध में यूनियन ने 9 जुलाई को देशव्यापी हड़ताल के तहत एचईसी में भी काम बंद कराया था। इससे पहले 28 मार्च 2022 को भी हड़ताल हुई थी, जिसके बाद दो मजदूरों को सस्पेंड और पांच पर आपराधिक मुकदमे किए गए थे। लालदेव सिंह ने कहा कि ठेका मजदूरों के बिना एचईसी का उत्पादन संभव नहीं है, फिर भी प्रबंधन सरकार की नीति...