कानपुर, मार्च 29 -- ममतामयी मां श्री झुंझुनू वाली श्री राणी सती दादी के आशीर्वाद से चल रही साकेत नगर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का डॉ. संजय कृष्ण सलिल ने कथा के छठवें दिन शुक्रवार को कहा कि श्री कृष्ण और बलराम जी को अस्त्र शस्त्र और शास्त्री की शिक्षा के लिए सांदीपनी के आश्रम में भेजा गया जहां पहुंचकर विधिवत दीक्षा ली। कथा में महाराज ने बताया कि काम पर विजय प्राप्त करना ही रासलीला है। यहां कोई साधारण जीव से रचित किया गया कार्य नहीं है। यह मेरे गोविन्द पर उनकी सोलह हजार एक सौ आठ गोपियों के साथ रहकर भी पूर्ण ब्रह्म है। कई कथाओं के बाद प्रभु के विवाह का प्रसंग भी सुनाया। यहां काशीनाथ तुलस्यान, रोहित तुलस्यान अविनाश खेमका, आनन्द तुलस्यान, विशाल अग्रवाल, अनिल अग्रवाल, बाल कृष्ण देवड़ा, राम अवतार झुरिया आदि थे।

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