बगहा, दिसम्बर 12 -- ठकराहा। ठकराहा और भितहा सीएचसी में इलाज के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। कहीं दवा गायब है तो कहीं डॉक्टर। शुक्रवार को हिन्दुस्तान ने ठकराहा सीएचसी का जायजा लिया, जिसमें पाया कि ऑनलाइन पोर्टल पर अस्पताल में 290 प्रकार की दवाएं उपलब्ध दिखाई दे रही हैं, लेकिन ओपीडी में आने वाले मरीजों को बैरंग लौटना पड़ रहा है। सर्दी-खांसी और बुखार जैसी मौसमी बीमारियों तक की दवाएं नदारद हैं। न कफ सिरप है, न एंटीबायोटिक और न ही सांस (दम) फूलने की जीवनरक्षक दवाएं। सबसे चौंकाने वाला खुलासा स्टोर कीपर संजीव कुमार ने किया। उन्होंने बताया कि वरीय अधिकारियों का स्पष्ट निर्देश है कि स्टॉक को खाली नहीं दिखाना है। व्यवस्था का आलम यह था कि पैथोलॉजी विभाग में कोई विशेषज्ञ नहीं है, वहां टीबी के टेक्नीशियन जितेन्द्र कुमार से पैथोलॉजी का काम लिया...