लखनऊ, अप्रैल 14 -- केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में तपती धूप में मरीज एम्बुलेंस से उतारे जा रहे हैं। एक मरीज को भर्ती कराने और कैजुअलिटी में शिफ्ट करने में आधे घंटे से अधिक का समय लग रहा है। ऐसे में मरीज तपती धूप में एम्बुलेंस में तड़प रहे हैं। मरीजों को धूप से बचाने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। ट्रॉमा सेंटर में प्रदेश भर से मरीज गंभीर अवस्था में लाए जा रहे हैं। प्रतिदिन 300 से अधिक मरीज ट्रॉमा में आ रहे हैं। यहां 400 बेड हैं। ज्यादातर हमेशा भरे रहते हैं। बेड भरने की दशा में स्ट्रेचर पर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। पर्चा बनवाने और कैजुअल्टी में मरीज को शिफ्ट करने में आधे घंटे से अधिक का समय लगता है। इस दौरान मरीज एम्बुलेंस में रहते हैं। भीषण गर्मी में मरीज तड़पते हैं। एम्बुलेंस मरीजों को गर्मी से बचाव के इंतजाम नाकाफी हैं। तीमारदार धूप ...