लखनऊ, सितम्बर 5 -- प्रशिक्षण कार्यक्रम लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। ट्रॉमा के मरीजों के इलाज में सावधानी बरतनी चाहिए। सबसे पहले रक्तस्राव को रोकने का प्रयास करें। यदि मरीज को सांस लेने में दिक्कत है तो रुकावट का पता लगाकर उसे दूर करें। इससे काफी हद तक मरीज की जान बचाई जा सकती है। यह जानकारी केजीएमयू ट्रॉमा सर्जरी विभाग के डॉ. समीर मिश्र ने दी। वह शुक्रवार को केजीएमयू व आर्मी मेडिकल कोर सेंटर एवं प्रशिक्षण कॉलेज की ओर से ट्रॉमा लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। एएमसी एवं प्रशिक्षण कॉलेज में तीन दिवसीय एडवान्स ट्रॉमा लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है। डॉ. समीर मिश्र ने कहा कि घायल के ब्लड प्रेशर पर नजर बनाए रखें। दिल की धड़कन और सांस लेने की दर जैसे महत्वपूर्ण संकेतों पर लगातार नजर रखें। तबीयत स्थिर होने के बाद चोटों ...