जमशेदपुर, नवम्बर 17 -- टाटानगर से झारसुगुड़ा, चांडिल और खड़गपुर तक ट्रेनों की लेटलतीफी ने यात्रियों को आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान कर दिया है। ट्रेनों के रोज लेट चलने से सैकड़ों यात्री (छात्र, मजदूर व कार्यालय में नौकरी करने वाले) समय से गंतव्य पर नहीं पहुंच पाते हैं। मुंबई, बिहार समेत अन्य मार्ग से समय पर आने वाली ट्रेनें चक्रधरपुर मंडल क्षेत्र में आने के बाद लेट होने लगती हैं। राजधानी, दुरंतो और वंदे भारत जैसी ट्रेनों ने भी कई बार लेट चलने का रिकॉर्ड तोड़ा है। स्थिति यह है कि टाटानगर से झारसुगुड़ा 265 किलोमीटर, टाटानगर से चांडिल 35 किलोमीटर और टाटानगर से खड़गपुर 136 किलोमीटर तक शायद कोई ट्रेन कभी समय से टाटानगर आती है। देशभर में ट्रेनों के समयबद्ध परिचालन के सर्वे में चक्रधरपुर मंडल हमेशा फिसड्डी रहा है, क्योंकि 100 में 38 ट्रेनें 2 ...